1. चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार 2019
कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट में नोबेल असेंबली ने 2019 के लिए
चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से अमेरिका के
विलियम जी. केलिन जूनियर और
ग्रेग एल सेमेन्जा, ब्रिटेन के
सर पीटर जे. रैटक्लिफ को देने का फैसला किया है।
नोबल असेम्बली के मुताबिक, इन वैज्ञानिकों ने यह खोज की कि "
ऑक्सीजन की उपलब्धता को कोशिकाएं कैसे महसूस करती हैं और कैसे उनके अनुकूल बनती हैं"। तीनों वैज्ञानिकों ने उस कोशिकीय मशीनरी की पहचान की, जो ऑक्सीजन की उपलब्धता के मुतािबक जीन्स की गतिविधियों को संचालित करती है। यह खोज किसी जीवन की सबसे जरूरी अनुकूलन प्रक्रिया के मैकेनिज्म के बारे में बताती है। इसने हमारी समझ के आधार को स्थापित किया कि किस तरह ऑक्सीजन का स्तर हमारे सेलुलर मेटाबॉलिज्म और शारीरिक गतिविधियों को प्रभावित करता है। इस खोज से एनीमिया, कैंसर और अन्य बीमारियों के इलाज में मदद मिलेगी।
2. भैतिकी का नोबेल पुरस्कार 2019
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने 2019 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार "
ब्रह्मांड के विकास और ब्रह्मांड में पृथ्वी के स्थान की हमारी समझ में योगदान के लिए"
जेम्स पीबल्स को "
ब्रह्मांड विज्ञान में सैद्धांतिक खोजों के लिए" और
मिशेल मेयर एवं
दिदिएर क्वेलोज को संयुक्त रूप से "
सौर मंडल के बाहर एक ग्रह (एक्जोप्लैनेट) की खोज के लिए" यह अवॉर्ड दिया जायेगा। यह ग्रह सूर्य जैसे किसी तारे का चक्कर लगा रहा है।
3. रसायन का नोबेल पुरस्कार 2019
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने रसायन विज्ञान में 2019 का नोबेल पुरस्कार "
लिथियम आयन बैटरी के विकास के लिए" अमेरिका के
जॉन वी. गुडइनफ, ब्रिटेन के
स्टैनली विटिंघम और जापान के
अकीरा योशिनो को दिया जाएगा।
इनके प्रयास से लीथियम आयन बैटरी की क्षमता दोगुनी (4V) हुई। अधिक उपयोगी होने से आज यह बैटरी मोबाइल फोन, लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक वाहनों में इस्तेमाल हो रही है। 97 साल के गुडइनफ यह पुरस्कार पाने वाले सबसे उम्रदराज विजेता होंगे। उनसे पहले पिछले साल 96 साल के आर्थर अश्किन को नोबेल मिला था।
लीथियम आयन बैटरी ने पोर्टेबल डिवाइस के इतिहास में क्रांतिकारी बदलाव लाया है। यह अगली पीढ़ी के इलेक्ट्रॉनिक वाहनों के विकास में अहम भूमिका निभाएगा। रसायन के लिए यह पुरस्कार लंबे समय से दिया जा रहा है और इस क्षेत्र को अधिक पहचान मिलने से खुशी होती है।
4. साहित्य का नोबेल पुरस्कार 2019
साहित्य का 2018 का नोबेल पुरस्कार पॉलिश लेखिका
ओल्गा तोकारजुक को "
सीमाओं के आर-पार जीवन के एक रूप को दर्शाने की काल्पनिकता के लिए" 2018 का नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा।
और 2019 के लिए नोबेल पुरस्कार ऑस्ट्रियाई लेखक
पीटर हैंडके को "
मानवीय अनुभव की परिधि और विशिष्टता को भाषाई सरलता के जरिए खोजने के महत्वपूर्ण कार्य के लिए" 2019 का नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा।
ओल्गा का जन्म 1962 में पोलैंड में हुआ था। उन्होंने 1993 में पहला उपन्यास ‘
द जर्नी ऑफ द बुक-पीपुल’ लिखा। 2014 में प्रकाशित अपने ऐतिहासिक उपन्यास ‘
द बुक ऑफ जैकब’ में मानवीय समझ से प्राय: परे विषयों को प्रस्तुत करने की अद्भुत क्षमता प्रदर्शित की है। ओल्गा का तीसरा उपन्यास ‘
प्रीमेवल एंड अदर टाइम्स’ (अंग्रेजी अनुवाद, 2010) में प्रकाशित हुआ था। यह उपन्यास 1989 के बाद पॉलिश साहित्य के लिए नया उदाहरण पेश किया था।
पीटर हैंडके का जन्म दक्षिण ऑस्ट्रिया के कार्नटन में 1942 ई. में हुआ था। उन्होंने 1966 में उपन्यास ‘
डाई हॉर्निसन’ से लेखकीय जीवन की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने 1969 में ‘
ऑफेंडिंग द ऑडिएंस’ नामक उपन्यास लिखा।
5. शांति का नोबेल पुरस्कार 2019
नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने 2019 का शांति का नोबेल पुरस्कार इथियोपिया के प्रधानमंत्री
अबिय अहमद अली को "
शांति और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए किए गए प्रयासों और पड़ोसी देश इरीट्रिया के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए उठाए गए कदम" के लिए दिया जायेगा।
अबिय को मिले इस सम्मान के जरिए इथियोपिया और पूर्व व उत्तर-पूर्व अफ्रीकी क्षेत्र में शांति के लिए प्रयास कर रहे सभी लोगों को भी पहचान मिली है।
अली आर्मी में इंटेलिजेंस अफसर थे। उन्होंने देश में बड़े पैमाने पर आर्थिक और राजनीतिक सुधार लागू किए। उन्होंने इथियोपिया के अपने पड़ोसी देश इरीट्रिया से 20 साल चले विवाद को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई। उन्हें नोबेल दिए जाने के लिए यही सबसे बड़ा आधार बना। अबिय 2018 में प्रधानमंत्री बने थे, तब उन्होंने साफ कर दिया था कि वे इरीट्रिया के साथ शांति वार्ता को दोबारा शुरू करेंगे। इरीट्रिया के राष्ट्रपति इसाइआस अफवेरकी के साथ अबिय ने शांति समझौते के लिए तेजी से काम किया और दोनों देशों के बीच लंबे अर्से से चले आ रहे विवाद को खत्म किया।
6. अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार 2019
अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार की घोषणा सोमवार 14 अक्टूबर 2019, सुबह 11:45 बजे किया जायेगा।
नोबेल पुरस्कार क्या है?
नोबेल फाउंडेशन द्वारा स्वीडन के वैज्ञानिक
अल्फ्रेड नोबेल की याद में वर्ष 1901 में शुरू किया गया यह शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में
विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार है। अल्फ्रेड नोबेल का जन्म स्वीडन में 21 अक्टूबर 1833 को हुआ था। अल्फ्रेड रसायनशात्री और इंजीनियर थे। 10 दिसंबर 1896 को इटली के सौन रेमो में अल्फ्रेड नोबेल का निधन हुआ। युद्ध में भारी तबाही मचाने वाले अपने अविष्कारों को लेकर अल्फ्रेड नोबेल भारी पश्चाताप था। इसलिए उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति का इस्तेमाल मानव हित के लिए किए गए आविष्कारों में करने का फैसला लिया और नोबेल फाउंडेशन की स्थापना की। उन्होंने अपनी वसीयत में हर साल भौतिकी, रसायन, चिकित्सा, साहित्य और शांति के क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को पुरस्कार देने की घोषणा की।
नोबेल पुरस्कार का चयन कौन करता है?
रॉयल स्वीडिश अकैडमी ऑफ साइंसेज भौतिकी,
रसायन और
अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन करती है।
कैरोलिन इंस्टीट्यूट, स्टॉकहोम, स्वीडन में नोबेल असेंबली
मेडिसिन के क्षेत्र में विजेताओं के नाम की घोषणा करती है।
साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार
स्वीडिश अकादमी स्टॉकहोम, स्वीडन द्वारा दिया जाता है और
शांति का नोबेल पुरस्कार
नॉर्वे की संसद द्वारा चुनी गई समिति देती है।
नोबेल पुरस्कार में क्या दिया जाता है?
नोबेल पुरस्कार के हर विजेता को करीब
साढ़े चार करोड़ रुपए की राशि दी जाती है। इसके साथ
23 कैरेट सोने से बना 200 ग्राम का पदक और
प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है। पदक के एक ओर नोबेल पुरस्कार के जनक अल्फ्रेड नोबेल की छवि, उनके जन्म तथा मृत्यु की तारीख लिखी होती है। पदक की दूसरी तरफ
यूनानी देवी आइसिस का चित्र, रॉयल एकेडमी ऑफ साइंस स्टॉकहोम तथा पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति की जानकारी होती है।